अगस्‍त 2008 , अंक 2, वर्ष 1 अनुक्रम

न्यायाधीश अपनी सम्पत्ति की घोषणा करें -


अभिभाषक वाणी का प्रवेशांक विमोचित


संपादकीय


शिवनाथ के तीर स्वतंत्रता आंदोलन का शंखनाद


प्रधान संपादक की बात...


दुर्ग जिला न्यायालय में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया


हमारा दायित्व एवं संकल्प


पाटन में नया न्यायालय


कुछ समस्याएं


हमारे गौरव


अतीत की अनुभूतियाँ


मृत्युदंड का औचित्य (आज के परिप्रेक्ष्य में)




न्यायालय में महामृत्युंजय यज्ञ सम्पन्न


अभिभाषक वाणी अब देश-विदेश में ...


दो कविताएं


इस रात की कोई सुबह भी है ?


पूंजी कैसे बढ़ाएं


तुम दीप शिखा बन कर जलना


कोटा राजस्थान के हमारे अभिभाषक बंधु की ओर से ...


प्राथमिकी (एफ.आई.आर.) दर्ज नहीं की....जेल जाओ - उच्चतम न्यायालय


न्यायालय भवन की कमी के कारण आक्रोश


माझी ले चल ते पार मा


आपके खत


विधि व्यवसाय - भविष्य की ओर बढ़ते कदम एवं चुनौतियाँ


विधि व्यवसाय - भविष्य की ओर बढ़ते कदम एवं चुनौतियाँ


बधाई

1 comments:

प्रदीप मानोरिया 16 September 2008 at 11:09  

बधाई स्वागत निरंतरता की चाहत
समय निकल कर मेरे ब्लॉग पर भी पधारें


अभिभाषक वाणी परिवार

श्री सुशील कुमार त्रिपाठी
(प्रधान संपादक)

श्री शकील अहमद सिद्दीकी
(संपादक)

श्री ताराचंद शर्मा
(प्रबंध संपादक)

सलाहकार मंडल

सर्वश्री जनार्दन प्रसाद शर्मा, संतोष चतुर्वेदी, बृजेन्द्र गुप्ता, रामेश्वर प्रजापति, सुदर्शन महलवार, समीर त्रिपाठी, नवजीत कुमार रमन, राजेश महाडिक, सुश्री कंचनबाला सिंह, शिव प्रसाद कापसे, टी.पी.सी.गुप्ता, भारत स्वर्णकार, मो.सगीर, मुरली देवांगन, यजवेन्द्र सिंह, सुभाष सतपथी, मो. मुनीर एवं कुमारी किलेश्वरी शांडिल्य।


मोबाईल संपर्क - 09926615707

  © Blogger template 'Greenery' by Ourblogtemplates.com 2008. और इसे अपने अनुकूल बनाया अभिभाषक वाणी के लिए संजीव तिवारी नें

Back to TOP