पाटन में नया न्यायालय
दुर्ग अ.व. । गत २१ जनवरी २००८ से पाटन में व्यवहार न्यायालय की शुरुआत हो चुकी है जिसमें कुम्हारी, रानीतराईर्, पाटन और रनचिरई थाना क्षेत्रों का समावेश किया गया है तथा माह में २० दिन पाटन में न्यायालय लगता है । पाटन न्यायालय में अ.व. को प्राप्त जानकारी के अनुसार हमारे अभिभाषक भाईयों में प्रकाश चेलक, केशव वर्मा, हेमन्त देवांगन, जगदीश्वर वर्मा, नरेश वर्मा, देवेन्द्र साहू, जी.एस. साहू, एस.एस. कोसे, शेखर वर्मा, राकेश वर्मा, मिथलेश शुक्ला नियमित रुप से व्यवसायरत है । अभिभाषक वाणी से चर्चा करते हुए अधिवक्ता जगदीशवर वर्मा ने बताया कि पाटन में न्यायलय की स्थापना से आम लोगों को काफी राहत मिली है परन्तु शुरुआत में कुछ अधिवक्ताआें की बैठक की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से गर्मी के मौसम के बाद बारिश में भी अत्यधिक कठिनाई होती है, शौचालय मूत्रालय तथा पीने के पानी की कमी से भी परेशानी होती है । यहाँ भविष्य में अधिवक्ताआें हेतु लायब्रेरी की भी जरुरत है । अधिवक्ताआें को मेमो टिकट व कोर्ट फीस टिकट हेतु भी तहसील जाना पड़ता है । थानों से रिमाण्ड देरी से आने के कारण भी न्यायिक कार्य में विलम्ब होता है ।
इस न्यायालय के निरीक्षण हेतु एक बार जिला न्यायाधीश भेष बदलकर भी पहुँचे ते तथा न्यायालयीन कर्मियों को उचित ढ़ंग से कार्य करने की समझाईश भी दी थी । इसी प्रकार की कार्यवाही समय-समय पर होती रहे जिससे न्यायालयीन कार्यों में चुस्ती बनी रहे ऐसा आम लोगों तथा अभिभाषक बंधुआें के अ.व. से चर्चा के दौरान अपेक्षा की है ।
0 comments:
Post a Comment