कोटा राजस्थान के हमारे अभिभाषक बंधु की ओर से ...
दिनेश राय द्विवेदी तीसरा खंबा वाले (०८ अगस्त १२.३२ मि.)
``बधाई लगता है अभिभाषकों में जागरुकता आ रही है । एक जिला अभिभाषक संघ का अपना ऑनलाईन अखबार देखकर प्रसन्नता की सीमा न रही । पूरा देखना पड़ेगा । कल-परसो के अवकाश में देखता हूँ ।
निचली अदालतों के अभिभाषक ही वह ताकत है जो न्यायिक सुधारों का बिगुल बजा सकते हैं . न्याय पालिका की गिरती साख को थाम सकते हैं । न्यायपालिका को सक्षम बनाने के लिए सामने आ सकते हैं । न्यायपालिका को बचाने, विस्तार देने और न्याय को जन-जन तक पहुँचाने का संघर्ष लड़ सकते हैं ।
न्यायपालिका पर सरकार की अनदेखी से जनता के उपरांत सब से अधिक हानि उन्हें ही हो रही है । वे ही इस के सब से बड़े विक्टिम हैं । और उंगली जिस की कटती है वही सब से पहले सीना तान कर खड़ा होता है । गंभीरता से किए गए विचार से ही गति बनेगी । अभिभाषक यदि इस रास्ते पर उतर आए तो देश का न्यायिक मानचित्र ही नहीं राजनैतिक दशा भी बदल सकते हैं ।
दुर्ग अभिभाषक संघ को इस स्तुत्य प्रयास के लिए बधाई और आभार भी ।
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