राष्ट्रीय आपदा के दुख में जिला अधिवक्ता संघ : . पं. अजय मिश्रा, अधिवक्ता, सह-सचिव, जिला अधिवक्ता संघ, दुर्ग

कोसी नदी ने बिहार राज्य में जो कहर बरपाया उसकी तुलना विद्वानों ने हिरोशिमा एवं नागासाकी की विभिषिका के समतुल्य दुखद त्रासदी माना है । लगभग तीस लाख लोगों की पीड़ा को सारे देश ने केबल मीडिया के माध्यम से देखा कि किस तरह प्रकृति अपने प्राकृतिक रुप को अपनाती है तब मानव द्वारा निर्मित विज्ञान की धज्जियाँ उड़ जाती है । बिहार की कोसी नदी के कहर पर हमने देखा कि किस तरह प्रशासन एवं देश को चलाने वाले नेताओं ने अमानवता का परिचय दिया। इस कथन को प्रमाणित करने हेतु यह दुष्ट साक्ष्य की बाढ़ आने के बारह दिन बाद बिहार की रूलिंग पार्टी, विपक्ष एवं हमारे प्रधानमंत्री जी ने इसे राष्ट्रीय आपदा माना एवं १००० करोड़ रुपये बिहार राज्य की आर्थिक सहायता हेतु मंजूर किया किन्तु इस घोषणा से हमें यह महसूस हो रहा था कि पीड़ित लोगों को रुपयों की नहीं वरन् मात्र रोटी के एक टुकड़े की आवश्यकता है क्योंकि रोटी खाई जा सकती है रुपए नहीं । शायद यही कारण था कि इन लाखों पीड़ितों की मदद के लिए देशभर से करोड़ों लोगों ने, संस्थाओं ने आर्थिक एवं शारीरित रुप से खड़े हो चुके थे ।

इसी संवेदना को दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने महसूस किया एवं संकल्प किया कि हम भी भले ही तीन बाढ़ पीड़ित गाँवों की मदद नहीं कर सकते किन्तु तीन परिवारों के तीन दिन की भोजन व्यवस्था जरुर कर सकते हैं । इसी संकल्प को साथ लेकर अधिवक्ता भाईयों ने हाथ से हाथ पकड़ा एवं निकल पड़े जिले की जनता के बीच एवं चार घंटे के शारीरिक श्रम के बाद ११ हजार रुपये की सहायता राशि एकत्र कर ली । इस सहायता राशि को एकत्र कर एवं बिहार भेजकर हम संतुष्ट हैं । आज अधिवक्ता के परिवार के लिए कोई पेंशन योजना नहीं, हमारे देश की एक अरब की आबादी में देश के ३० लाख अधिवक्ताओं के बारे में कोई नहीं सोचता किन्तु मीडिया जानती है कि यदि समाज का सबसे बुद्धिजीवी वर्ग अधिवक्ता किसी मसले पर सड़क पर उतरता है तो उस मसले की गूंज को मीडिया समस्त जिले तक पहुँचाता है, हुआ भी यही और दुर्ग जिले से तमाम गैर सरकारी संस्थाओं ने भी इस पुनीत कार्य को आगे बढ़ाया था ।

दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ की ओर से चंदा राशि एकत्रण में इन अधिवक्ताओं ने महती भूमिका निभाई जिनमें संघ की अध्यक्ष सुश्री नीता जैन, उपाध्यक्ष ऋषिकांत तिवारी, सचिव ओम प्रकाश शर्मा, सह-सचिव पं. अजय मिश्रा, कोषाध्यक्ष कमल किशोर वर्मा, ग्रंथपाल उपेन्द्र सिंह राजपूत, छ.ग. राज्य अधिवक्ता परिषद के दुर्ग से सदस्य बादशाह प्रसाद सिंह, शकील अहमद सिद्धीकी, सुशील कुमार त्रिपाठी, शिवशंकर सिंह, कौशल किशोर सिंह, सुधांशु खरे, आर.एस. यादव, मनोज शुक्ला, टी.एल. चौधरी, भरत स्वर्णकार, रजनेश सिंह, अनिल जायसवाल, रविशंकर सिंह, अर्जुन सिंह, के.के. तिवारी, शब्बीर अंसारी, प्रकाश डिण्‍डोरे, सुखदेव भोगल, मनोज मून, उज्जवल पचकौड़े, आशीष सूर्यवंशी, युनुस खान, राजेश महाडिक, तपोव्रत दत्ता, गणेश शुक्ला, अर्जुन यादव, जी.एम. हाशमी, आशीष तिवारी, पुरुषोत्तम सोनारे, मनोज मित्रा, अशोक राज, इनाम खान, रमेशचन्द्र शर्मा एवं अधिवक्ता संघ के कर्मचारी नारायण यादव का नाम विशेष उल्लेखनीय है ।

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