हिन्दी की महत्ता पर संगोष्ठी आयोजित

दुर्ग । यदि हिन्दी कमजोर होगी तो राष्ट्रीयता मरेगी एवं हमारी पहचान भी खत्म हो जावेगी, हिन्दी सर्वश्रेष्ट भाषा तभी बनेगी जब हमारे अन्दर राष्ट्रवादिता कूट-कूटकर भरी हो । आज हिन्दी के विकास को लेकर चिन्तन करने का अवसर आ गया है । यूरोप का एक भी देश ऐसा नहीं है, जिसने अपनी राष्ट्रभाषा को छोड़कर ज्ञान-विज्ञान के लिए अंग्रेजी का सहारा लिया हो। उक्त उद्गार संघ के वरिष्ठ सदस्य एवं साहित्यकार श्री तुंगभ्रद सिंह राठौर ने व्यक्त किये ।

उक्त आयोजन जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग द्वारा हिन्दी पखवाड़े के तहत् हिन्दी की महत्ता विषय पर आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता संघ के कोषाध्यक्ष श्री कमल वर्मा ने की एवं मंचस्थ वक्ता के रुप में संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री के.एल. तिवारी तथा वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अर्जुन यादव थे । माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन तथा मंच के सम्मान के पश्चात श्री के.एल. तिवारी ने हिन्दी की महत्ता पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक आवाज में बात करने के लिए एक भाषा जरुरी है, हिन्दी इस काम को बेहतरीन ढ़ंग से कर सकती है । हिन्दी बोलने में हम गर्व महसूस करें । दुख प्रकट करने की बात नहीं होनी चाहिए, श्री अर्जुन यादव ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि यह बात गले नहीं उतरती की आज भी लोग हिन्दी नहीं बोलना चाहते । पूरे देश में हिन्दी को लेकर राजनीतिक नहीं की जानी चाहिए । श्री कमल किशोर वर्मा ने अध्यक्षीय उद्बोधन में हिन्दी को दुनिया की सबसे अच्छी भाषा बताते हुए कहा कि यही एक भाषा है जहाँ पर हम बड़े गर्व से गागर में सागर की बात कह सकते हैं । संघ के सचिव ओम प्रकाश शर्मा ने गोष्ठी का संचालन करते हुए कहा कि हिन्दी के अंदर शब्द संभावना बहुत अधिक है, वह अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, रुसी आदि भाषाओं के कम से कम ण्‍ पर्यायवाची शब्द प्रस्तुत कर सकते हैं । राजभाषा हिन्दीं में वे सभी गुण है जो सर्व ग्राह्य भाषा में होनी चाहिए । हिन्दी राष्ट्रीय भाषा तभी बन सकेगी जब वह देश के हर कोने में स्वीकार्य होगी । हिन्दी को कमजोर करने से हमारी एक दूसरे के प्रति आत्मीयता कमजोर होगी । उक्त आयोजन में बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित थे जिनमें प्रमुख रुप से ए.एस. जोगे, शिव प्रसाद कापसे, अमोद पाठक, प्रशांत सिन्हा, रमाकांत देशमुख, के.के. द्विवेदी, पुरुषोत्तम स्वामी, सुधीर कौशिल, रमेश प्रसाद तिवारी, रमेश शर्मा, जे.एल. देवांगन, सुशील चौहान, अखिलेश सिंह, राजकुमार देवांगन, ललित तिवारी, हितेन्द्र ताम्रकार, शब्बीर कुरैशी, दिनेश शर्मा, मनोज शुक्ला, सतीश यादव, रविशंकर सिंह, मुकेश नलोड़े, कु. संतोषनी साहनी, पप्पू साव आदि शामिल हैं । आभार प्रदर्शन शकील अहमद सि किी ने किया । उक्त जानकारी जिला अधिवक्ता संघ के सचिव ओम प्रकाश शर्मा ने दी है ।

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