केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में कार्यशाला का आयोजन

दीप्ति पौरिया, अधिवक्ता, दुर्ग

केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के सदस्यों के बीच होना मेरे लिए खासा अनुभव रहा है । पिछले २ वर्षों से मैं केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल भिलाई के उतई स्थित क्षेत्रिय प्रशिक्षण केन्द्र (RTC) में गेस्ट फैकल्टी के रुप में सेवा प्रदान कर रही हूँ । इस प्रशिक्षण केन्द्र की कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रशिक्षु केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के विभिन्न क्षेत्रीय इकाईयों के ``सब आफिसर्स'' एवं राजपत्रित अधिकारी होते हैं । वे देश के विभिन्न प्रांतों से आते हैं एवं लगभग २५ से ५८ वर्ष आयु वर्ग के होते हैं । प्रशिक्षुओं को Gender Sensitization विषय में अन्तर्गत की जानकारी देनी होती है । कार्यशाला के को-आर्डिनेटर इंस्पेक्टर राजा मनीष के अनुसार 'Law relating to women, legal provision with regard to violence against women, common lapses in the investigation of cases of violence against woman and procedure for proper investigation and prosecution' की जानकारी देनी होती है । कार्यशाला के को-ऑडिनेटर इंस्पेक्टर राजा मनीष के अनुसार Gender Sensitization विषय से संबंधित प्रशिक्षण का आयोजन करने का हमारा उद्देश्‍य केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के सदस्यों के मन में महिलाओं के प्रति जागरुकता और संवेदनशीलता पैदा करना है । जिसके जरिये समाज में एक सार्थक संदेश पहुँचे । वैसे तो केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के सदस्यों को विधि विषयों की अच्छी जानकारी होेती है । वे कुटुंब - न्यायालय और घरेलू हिंसा जैसे विषयों पर भी ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाने के इच्छुक होते हैं ।


केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल एक अर्ध सैनिक सुरक्षा बल है । वहाँ के लोग बड़े अनुशासन प्रिय और व्यवहार कुशल होते हैं । प्रशिक्षण अवधि के दौरान मुझे प्रशिक्षुओं के अलावा कुछ अन्य अधिकारियों से भी मिलने का मौका मिला । बल के कमांडर श्री अनिल मित्तल जी एवं डिप्टी कमांडर श्री राधे श्याम शर्मा जी बेहद मिलनसार एवं सादगी पसंद है । वे Gender Sensitization विषय से संबंधित प्रशिक्षण के प्रति अति उत्साही है । वे अपने बल के विभिन्न इकाईयाँ तथा बल में कार्यरत महिला सदस्यों को इस विषय की ज्यादा जानकारियों के पक्षधर हैं । मुझे यह जानकर बड़ी खुशी हुई कि सुरक्षा बल में कार्यरत अधिकांश लोग विधि स्नातक हैं ।


प्रशिक्षण कार्यक्रम के को-आर्डिनेटर इंस्पेक्टर राजा मनीष बेहद व्यवहार कुशल एवं प्रभावशाली व्यक्ति हैं । उन्होंने मुझे कैंपस घुमाया और कुछ शस्त्र भी दिखाये । कैंपस में चारों ओर हरियाली फैली है । वहां का स्वच्छ व शांत वातावरण बेहत सुकुन देने वाला है । इन सबके साथ मुझे वहाँ एक और बात देखने को मिली । ट्रेनिंग पीरियड के दौरान १६ जून सिक्ख समुदाय के पाँचवे गुरु अर्जुन सिंह का जन्म दिवस था । उस दिन कैम्पस में सभी लोगों को हलवा, चने और पवित्र शरबत का प्रसाद वितरण किया गया । बकौल डिप्टी कमांडेंट साहब यह हमारे कैंपस की खासियत है, यहां हम सभी धर्म, जाति के त्यौहार व पर्व समान रुप से एक साथ मनाते हैं। सारा इंतजाम हम सब मिलजुल कर एक परिवार के सदस्यों की तरह करते हैं । हमारा कैम्पस मिनी भारत है । वाकई यह एक सुखद अनुभव है ।

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