न्यूटन फेल होगीस
अ. ताराचन्द शर्मा
एडव्होकेट, दुर्ग
न्यूटन फेल होगीस
सिद्धान्त के बनयया ।
कहीथे हर चीज ह,
ऊपर ते नीचे जवैया ।।
तो फिर महंगाई,
कइसन नीचे से ।
ऊपर जावथे,
बता न्यूटन ते,
कोनो नवा फार्मूला,
बनावथस ।।
महंगाई जतेक ज्यादा होई,
वक्ते जल्दी ह, क्रान्ति होई ।
महँगाई जरूरी हवे,
मुर्दा ला जिलाये बर ।।
सोवथे आदमी,
वोला इन्सान बनाये बर,
सोचो नोनी बाबू,
भूखा रहहू या खाऊ ।
खाना है, पेट भर,
तो क्रान्ति ला बुलाहू ।।
अन्यथा झेलो मरा,
महँगाई के
और चुपचाप मर जाओ,
बिना खाईके ।।
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