सचिव की कलम से

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वरिष्ठ अधिवक्ताओं को प्रणाम । जुझारु अधिवक्ता साथियों को नमस्कार ।

स्वामी विवेकानन्द ने कहा - ``आओ हम अपने समस्त् विवादों एवं आपसी कलह को समाप्त कर स्नेह की भव्य धारा को सर्वत्र प्रवाहित करें।''

संघ के उपाध्यक्ष ऋषिकांत तिवारी की यह बात हमें प्रेरित करती है - ``हमने सिर्फ प्रयास किया है कार्य पूर्ण होने का आधार आप ही हैं ।''

हमने संघ के विधान का सम्मान करते हुए १ वर्ष में ६४ पदाधिकारी बैठक ११ कार्यकारिणी बैठक एवं १ सामान्य सभा की बैठक कर सर्वमान्य निर्णयों को अपने कार्य का आधार बनाया है ।

संघ की माननीया अध्यक्ष सुश्री नीता जैन के सफल नेतृत्व का कमाल ही है कि विधि विभाग छ.ग. शासन से १ लाख रु. पुस्तक खरीदी हेतु प्राप्त हुए । मान. विधि विधायी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की निधि से स्वीकृत राशि ५ लाख रु. से ग्रंथालय भवन के प्रथम तल का निर्माण जारी है । संघ के कोष में ४.५ लाख की फिक्स डिपाजिट १ वर्ष की कार्यावधि में जमा किए । संघ के विकास में इन दानवीरों का स्मरण करना नैतिक जवाबदारी समझता हूँ, जिनमें अधिवक्ता नीता जैन, गणेश शुक्ला, बी.पी. सिंह, एस.सी. जैन, राहुल पाली, ए.के. राव एवं बसंत कटारिया, प्रदीप गोयल, जी.सुरेश के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं । वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. प्रभा श्रीवास्तव के स्मृति में संघ को १९५० से लेकर २००६ तक के ए.आई.आर. सुप्रीम कोर्ट की जर्नल्स दान के रुप में उनके परिवार द्वारा भेंट की गई । संघ इस महान आत्मा को शत्-शत् प्रणाम करता है एवं उनके परिवार के प्रति आभार प्रकट करता है ।

संघ के युवा जुझारू ग्रंथपाल का कार्य के प्रति प्रतिबद्धता का नतीजा है कि ६ बड़ी स्टील आलमारी विधि पुस्तकों को सुरक्षित रखने हेतु क्रय की गई एवं मिसिंग जर्नल्स की खरीदी कर सदस्यों की सुविधा में अपनी जवाबदारी का एहसास कराया । संघ के सदस्यों ने शतरंज प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, खेल प्रतियोगिता, धार्मिक साहित्य एवं सांस्कृतिक आयोजन में भागीदारी निभाकर संघ का गौरव बढ़ाया, जिन्हें मैं स्मरित करना चाहूँगा । तुंगभद्र राठौर, आशीष सूर्यवंशी, शारिक अहमद, तपोव्रत दत्ता, पवन उपाध्याय, अरविन्द रडके, रामेश्वर प्रजापति, योगेश पांडेय, राजेश महाडिक, सरस्वती गुप्ता, सुदर्शन महलवार, अजय मिश्रा, कंचन बाला, रमेश शर्मा, मनोज मिश्रा, आशीष तिवारी, रविशंकर मानिकपुरी, गुरमीत भोगल, राजेश तिवारी एवं न्यायिक कर्मी ठाकुर जी के प्रति संघ धन्यवाद ज्ञापित करता है ।

अखिल भारतीय खुली वेटलिफ्िटंग प्रतियोगिता में अधिवक्ता दिनेश शर्मा ने विजयी होकर संघ का गौरव बढ़ाया, वहीं अखिल भारतीय क्रिकेट प्रतियोगिता में संघ के तीन सदस्य आशीष सूर्यवंशी, सुशील मिश्रा एवं गुरमीत सिंह भोगल ने छत्तीसगढ़ अधिवक्ता क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर संघ का गौरव बढ़ाया ।

इसके अलावा खेल एवं युवा कल्याण विभाग, दुर्ग द्वारा आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता में संघ के उपाध्यक्ष ऋषिकांत तिवारी के नेतृत्व में हमारी क्रिकेट टीम ने विजेता बनकर संघ का गौरव बढ़ाया, पूरी टीम को बधाई एवं आभार । संघ के सदस्यों को नि:शुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करने में सुप्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एस.एस. ढ़िल्लन, डॉ. व्ही.के. साव, होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. शिरीष शर्मा के सहयोग को स्मरण करते हुए धन्यवाद ज्ञापित करते हैं ।

संघ के सदस्यों को न्यायालय परिसर में जल पान सुविधा मिले, इसी भावना को लेकर १७.०७.०८ से संघ द्वारा केन्टिन का संचालन किया जा रहा है । जिला अधीवक्ता संघ की गूंज एवं महक सर्वत्र फैले इसी मंशा का आधार बनी संघ की मासिक पत्रिका ``अभिभाषक वाणी'' जिसका प्रथम संस्करण आपके हाथों में है । संघ के कोष को छेड़े बगैर पत्रिका संकलन एवं प्रकाशन कर उन्हें प्रकाशित करने की जवाबदारी जिन मजबूत कंधों ने उठाई, उनमें प्रधान संपादक सुशील कुमार त्रिपाठी, संपादक शकील अहमद सि ीकी, सह-संपादक टी.एल. चौधरी, समीर कुमार त्रिपाठी, राजेश महाड़िक, प्रबंध संपादक आर.बी. मिश्रा, आर.एस. यादव, शिवशंकर सिंह, अनिल जायसवाल एवं उनके सहयोगी एवं सलाहकार मंडल के प्रति संघ धन्यवाद ज्ञापित करता है । वैसे तो कमलकिशोर वर्मा संघ के कोषाध्यक्ष हैं परन्तु संघ के सभी रचनात्मक कार्यों में अपनी भागीदारी निभाकर संघ के विकास हेतु चिन्तित रहते हैं तभी तो वो कहते हैं - ``संघ के विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा रुपये निधि के रुप में जमा करने से सुख का अनुभव होता है ।''

नवरात्रि पर्व पर माँ बम्लेश्वरी पदयात्रियों एवं दर्शनार्थियों को संघ के सदस्यों ने अपने सहयोग से राशि एकत्र कर नि:शुल्क जलपान व्यवस्था कराकर समाज के प्रति अपनी नैतिक जवाबदारी निभाई एवं सर्वधर्म सद्भाव का संदेश दिया । सभी सहयोगी अधीवक्ताओं का आभार । गर्मी में संघ द्वारा संचालित सार्वजनिक प्याऊ से राहगीरों सहित न्यायालय में आने जाने वाले लोगों को पानी पिलाकर संघ ने पुण्य का काम किया ।

संघ के सदस्यों की सुव्यवस्थित बैठक व्यवस्था, सामूहिक बीमा योजना, मेडिक्लेम जैसी सुविधा प्रदान किये जाने की संघ की योजना है जिसे आपके सहयोग से पूर्ण कराने संघ द्वारा सतत् प्रयास किया जा रहा है । संघ के कोष को बढ़ाने संघ का स्वयं का ५ रु. सहयोग राशि टिकिट जारी करने की योजना है जिस पर संघ द्वारा सामान्य सभा में निर्णय कर अनुमोदन हेतु राज्य अधिवक्ता परिषद् बिलासपुर को प्रेषित कर दिया गया है ।

महिला अधिवक्ताओ को सुनिश्चित प्रतिनिधित्व मिले इसी स्वच्छ भावना का सम्मान करते हुए २ महिला पद (१ उपाध्यक्ष एवं १ सह-सचिव) सृजित कर राज्य अधिवक्ता परिषद् को अनुमोदन हेतु प्रेषित किया गया है । संघ द्वारा राज्य अधिवक्ता परिषद के मॉडल बायलॉज में अन्य संशोधन भी संघ हित में किये गये हैं जिसमें खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने हेतु खेल प्रभारी एवं सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों को संचालित करने हेतु सांस्कृतिक सचिव पद सृजित कर राज्य अधिवक्ता परिषद् को प्रेषित किया गया है ।

युवा साथी सह-सचिव पं. अजय मिश्रा के आत्मीय सहयोग का नतीजा ही है कि सचिव जैसे जवाबदारी कार्य में मुझे कहीं अड़चन नहीं आई, मुझे इस युवा साथी की वह समर्पण, भाव-विभोर एवं नई चेतना पैदा करता है - जब दुर्ग अधिवक्ता संघ उच्च न्यायालय की स्थापना की माँग को लेकर आंदोलनरत् था तब आमरण अनशन पर बहादुर साथी पं. अजय मिश्रा अन्य साथियों के साथ डटकर बैठा रहा । उन सभी साथियों को प्रणाम । संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष उपेन्द्र दानी, प्रहलाद तिवारी, एस. विजय कुमार, जी.एल. यदु, राजीव पांडे, के.एल. तिवारी, अभय राज सिंह, गिरीश शर्मा एवं उनके सहयोगी पदाधिकारियों का स्मरण करते हुए वर्तमान राज्य अधिवक्ता परिषद् छत्तीसगढ़ के लिए निर्वाचित सदस्य यशवंत तिवारी, संतोष वर्मा एवं बी.पी. सिंह के मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हैं ।

``मैं आपके आशीर्वाद से अपनी बात रखना चाहता हूँ । मेरा सोचना है कि बैंच कठोरता के बजाय सरल एवं सुस्पष्ट , न्यायप्रिय विचारधारा से न्यायदान में सहयोगी बनें एवं बार की श्रेष्ठता का लाभ लेकर न्यायप्रिय राष्ट्र निर्माणी बनें । बार को कमजोर करने के बजाय उसकी एकता एवं अखण्डता के लिए मार्गदर्शक बनें तभी विवादों के लिए कहीं जगह नहीं बचेगी, हमारी सच्ची आजादी का मतलब भी पूर्ण होगा एवं हमारे महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजली भी ।''

अन्त में अपने दिवंगत अधिवक्ताओं एवं हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति स्व. यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ को स्मरण करते हुए श्रद्धांजली.... ।

जय हिन्द ! जय छत्तीसगढ़ ! जय अधिवक्ता संघ !

ओम प्रकाश शर्मा
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सर्वश्री जनार्दन प्रसाद शर्मा, संतोष चतुर्वेदी, बृजेन्द्र गुप्ता, रामेश्वर प्रजापति, सुदर्शन महलवार, समीर त्रिपाठी, नवजीत कुमार रमन, राजेश महाडिक, सुश्री कंचनबाला सिंह, शिव प्रसाद कापसे, टी.पी.सी.गुप्ता, भारत स्वर्णकार, मो.सगीर, मुरली देवांगन, यजवेन्द्र सिंह, सुभाष सतपथी, मो. मुनीर एवं कुमारी किलेश्वरी शांडिल्य।


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